Sarvaran Comics Review | Raj Comics Sarvanayak Series 12th Issue | Super Commando Dhruva

DETAILS

PUBLICATION :   Raj Comics
ISSUE NO         :  SPCL-2635
PAGE                :  96 
YEAR                 : 2020 
ART                   : Hemant Kumar
INKING             :  Eshwar Arts
COLOUR           : Ishan Trivedi

REVIEW

ये कहना की Sarvran की कहानी वही से शुरू होती है, जहां खत्म हुई थी सर्वथा गलत होगा | असल में Sarvanayak Series से ऐसी उम्मीद रखना ही बेमानी है, आप शर्तिया चैलेंज लगा सकते हैं कि अगली comics में कहानी पहले किसी दूसरे अध्याय की कहानी को ही आगे बढ़ाएगी खैर , कहानी शुरू होती है , 2015 के अंक Sarvsangram के नींव में पड़े एक नए सुपरहीरो रक्ष के आगमन से , जो आया है हिटलर से टक्कर लेने , अर्थात उसे वापिस नरक द्वार के परे भेजने , लेकिन इन सबके बीच कुछ अप्रत्याशित सा घटित होता है , और हिटलर की वापसी के बजाए बेचारा रक्ष खोज में निकल पड़ता है, सिल्विया हुड (फिर आया नागदंत , में नागराज की सहयोगी ) के साथ बाकी पापत्माओं की खोज में रक्ष के बारे में अभी भी उतना ही सस्पेंस बना हुआ है , जितना 6 साल पहले था , लगता है मिश्रा सर आने वाले अंकों में उसकी ओरिजिन स्टोरी बताएंगे। दूसरा चरण गोजो और ध्रुव के दूसरे चरण की प्रतियोगिता के आरंभ , जो तालिस्मान  की रचे हुए तिलिस्म में फंसे हुए हैं गोजो की कहानी धीरे धीरे बढ़ती है , और चरम पर नहीं पहुंचती। ध्रुव की कहानी भी वही से बढ़ती है, जहां पिछले अंक में दिखाया गया था , सर्कस और ध्रुव के बीच अभेद्य रिश्ता है , और शायद हमेशा से ध्रुव  हताश सपनों का केंद्र भी, इस बार  तालिस्मान ने भी वही सर्कस का ही तिलिस्म रचा है, किन्तु इस अध्याय को भी लेखक ने  अधर में लटका कर छोड़ा है। भेड़ाक्ष और तुरिन के साथी महानायकों ने तिलिस्म की कुंजी हासिल करने में एड़ी चोटी का जोर तो लगा दिया है, लेकिन अब उनके सामने उनका रास्ता रोके ,सालों पुराने प्रथम भोकाल Series के नायक उपस्थित हैं एक और अध्याय में आखिरकार अघोरी की एंट्री होती है , लेकिन ये अघोरी क्या वही अघोरी है, जो अनाम और इंटरनेट में जारी हुई थी , ये कहना जल्दबाजी होगी

खैर बॉर्डेलो और अघोरी की मुठभेड़ एक तरफा ही थी, Raj Comics की पारलौकिक वाले एंगल में बहुत क्षमता है , थोड़ा सा इसे और विस्तार करना चाहिए सिंगल इश्यूज कॉमिक्स के द्वारा। Sarvran कहीं से भी इस Sarvanayak Series की मील का पत्थर साबित नहीं होती , एक दो हिस्सो को छोड़ के कहानी में ऐसा कुछ नहीं है , जो आपको अप्रत्याशित लगे । Sarvran series में केवल एक अगली कड़ी के रूप में आपके सामने प्रस्तुत है , Raj Comics के लेखकों से निवेदन है कि , जितने भी नए चेहरे और कहानियां है , उन सबको अब समटने का कार्य करना चाहिए । वरना एक युग एक कॉमिक्स वाली बात कही सच ही ना हो जाए।

चित्रांकन और कहानी साधारण है ,Sarvran नाम के अनुरूप   इसमें कोई विशेष रण तो नहीं पर कम से कम यह comics बाकी के अन्य अंकों की इस युगपर्वर्तक कहानी को और उलझाती कम और पूरक की तरह आगे बढ़ाती है।

Sarvgrahan

Sarvgrahan के Ad को देख के तो लगता है , सब तो नहीं लेकिन कुछ हद तक त्रिफना के आने से कुछ सवालों के जवाब जरूर मिलेंगे। तब तक जब तक नया सेट ना आ जाए , पुराने comics क रिवीजन मारते रहीए , नहीं तो नई comics में अगर कोई पुराने किरदार दिखाए पड़े ,और अगर उनका कोई जानकारी ना दी गई हो ,तो ये KBC वाला करोड़ रुपए का प्रश्न होगा।

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Written by - Tushar Keshri

Comments

  1. बहुत बढ़िया रिव्यु लिखा है आपने श्रीमान

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  2. अब आपके reviews का बेसब्री से इंतज़ार रहेगा
    लिखने के लिए असंख्य धन्यवाद

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